hiudaipur

Oct 14, 2010

CWG: अब कलमाड़ी एंड कंपनी पर गिरेगी गाज

नई दिल्ली. दिल्ली में 19 वें कॉमनवेल्थ खेल का कामयाबी से आयोजन हुआ। भारत पदक तालिका में दूसरे स्थान पर रहा। देश ने 101 मेडल जीते, जो इन खेलों के इतिहास में भारत का अब तक का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है। भारत के इतिहास का सबसे बड़े खेल आयोजन पर पर्दा गिर चुका है। इस खेल आयोजन की तैयारी के दौरान हुए खर्च की जांच आज से नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक (सीएजी) शुरू कर देगा। सीएजी की रिपोर्ट अगले तीन महीने में आएगी। वहीं, केंद्रीय सतर्कता आयोग (सीवीसी) भी इस मामले की जांच कर रहा है। ऑस्ट्रेलिया के मशहूर अखबार सिडनी मॉर्निंग हेराल्ड की एक रिपोर्ट के मुताबिक सीवीसी की जांच पूरी होने में दो से तीन साल का वक्त लग सकता है।

गौरतलब है कि जुलाई में सामने आई सीवीसी की रिपोर्ट में खेलगांव के निर्माण, स्टेडियमों के साज-सज्जा के लिए दिए गए ठेके की रकम का बढ़ाए जाने में गड़बड़ी के आरोप लगे थे। सीवीसी अब इस जांच को आगे बढ़ाएगी। सीवीसी के सचिव के.एस.रामासुब्बन ने कहा, 'जांच की प्रक्रिया लंबी और मुश्किल होगी। रामासुब्बन ने कहा कि जुलाई में आई रिपोर्ट शुरुआती थी। हमने अपनी रिपोर्ट को संबंधित एजेंसियों को सौंप दिया है। अब उन्हें हमारे सवालों का जवाब देना है। जांच पूरी होने की कोई समय सीमा नहीं है। इसमें दो से तीन साल का वक्त लग सकता है।'

जुलाई में आई सीवीसी की रिपोर्ट के बाद कॉमनवेल्थ गेम्स फेडरेशन ने बिल्डिंग सर्टिफिकेट की मांग की थी, जिसमें इस बात की पुष्टि हो कि कॉमनवेल्थ खेलों से जुड़े सभी केंद्र सुरक्षित हैं। कॉमनवेल्थ खेलों की आयोजन समिति (ओसी) के कोषाध्यक्ष अशोक मट्टू के मुताबिक, 'गेम्स की सही ऑडिटिंग से और कमियां उजागर होंगी। स्पॉन्सरशिप, टिकट की बिक्री, घरेलू और विदेशी प्रसारणकर्ताओं से हासिल रेवेन्यू उम्मीद से काफी कम था। गलतियां हो सकती हैं। अगर हमने गलतियां की हैं तो हमें सजा मिलनी चाहिए। लेकिन कॉमनवेल्थ खेल को नही।'

गौरतलब है कि 2009 में लंदन में क्वींस बेटन रिले के आगाज़ के वक्त ब्रिटेन की एएम फिल्म्स से सेवाएं ली गई थीं। एएम फिल्म्स को इसके एवज में दी गई रकम को लेकर उठे विवाद के बाद अगस्त में आयोजन समिति के दो पदाधिकारियों को बर्खास्त कर दिया गया था। अगस्त में ही आयोजन समिति के कोषाध्यक्ष अनिल ख्नन्ना को अपना पद छोड़ना पड़ा था। उनपर आरोप था कि उनके बेटे ने टेनिस कोर्ट में सिंथेटिक फर्श लगाने का ठेका हासिल किया था।

source:bhaskar

No comments:

Post a Comment