मुशर्रफ पर राजद्रोह का मुकदमा चलाने की मांग
एक रक्तहीन तख्तापलट में 11 साल पहले मुशर्रफ ने नवाज के नेतृत्व वाली सरकार को ही सत्ता से हटाया था। पार्टी ने कहा कि पूर्व तानाशाह के कुकर्मो में मार्शल कानून को लागू करना और कारगिल का कारनामा शामिल है, जिसमें 800 सैन्य अधिकारियों और जवानों की जानें चली गईं थी।
बलूच के राष्ट्रवादी नेता नवाब अकबर बुगती की हत्या और लाल मस्जिद में हुई हत्याओं का भी आरोप पूर्व सैन्य तानाशह पर लगाया गया है। 14 आरोपों और सात मांगों वाला 10 पन्नों का यह आरोप-पत्र उस वक्त सामने आया है, जब मुशर्रफ नई पार्टी का गठन कर पाकिस्तान की सक्रिय राजनीति में लौटना चाहते हैं।
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